गोल्डन फ्रेम एकेडमी ऑफ फिल्म आर्ट्स में बप्पा का स्वागत और अभिनेताओं की अनोखी साधना
रायपुर। गोल्डन फ्रेम एकेडमी ऑफ फिल्म आर्ट्स में गणपति बप्पा का आगमन बेहद खास रहा। विद्यार्थियों ने स्वयं मिट्टी के गणपति बनाकर उनका श्रृंगार किया और बप्पा के लिए भोजन-प्रसाद भी तैयार किया। इस अवसर पर उन्होंने पाक-कला का प्रशिक्षण भी लिया।
एकेडमी का मानना है कि—“सच्चा अभिनेता वही है जो जीवन के हर पहलू को जीने और समझने की कला रखता हो।” इसी सोच के तहत यहां चल रहे 90 दिवसीय थिएटर वर्कशॉप में छात्रों को केवल अभिनय ही नहीं बल्कि जीवन से जुड़ी विविध कलाओं की भी गहन साधना कराई जा रही है।
यहां प्रतिभागियों को दिया जा रहा है—
• आवाज़ और उच्चारण पर विशेष प्रशिक्षण ताकि संवादों में प्रभाव और गहराई आ सके।
• शारीरिक भाषा और भाव-प्रदर्शन की कला, जिससे मंच पर शरीर भी संवाद बोले।
• पाक-कला व हस्तशिल्प का अभ्यास, ताकि अभिनय में जीवन का अनुभव झलके।
• योग और ध्यान की शिक्षा, जिससे अभिनेता के मन और शरीर में संतुलन बना रहे।
• संगीत और ताल की समझ, जिससे संवादों और भावों में लय स्थापित हो सके।
• नाट्य शास्त्र और भारतीय रंगपरंपरा का अध्ययन, ताकि अभिनय की जड़ें संस्कृति से जुड़ी रहें।
• टीमवर्क और नेतृत्व क्षमता का अभ्यास, जिससे अभिनेता केवल कलाकार ही नहीं, बल्कि व्यक्तित्व से भी सशक्त बने।
गोल्डन फ्रेम एकेडमी का उद्देश्य केवल मंच पर अभिनेता तैयार करना नहीं है, बल्कि जीवन के हर संघर्ष और परिस्थिति से जूझने के लिए उन्हें तैयार करना है।
👉 गणपति बप्पा मोरया!