छत्तीसगढ़ी फिल्मों की लोकप्रिय अभिनेत्री मोना सेन: अभिनय से लेकर समाज सेवा तक का सफर
छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री की जानी-मानी अभिनेत्री मोना सेन की जीवनी, फिल्मी करियर, प्रमुख फिल्में, सम्मान और समाज सेवा की गतिविधियाँ जानें। हाल ही में वे सड़क हादसे में घायल हुईं और अब स्वास्थ्य लाभ के बाद फिर से फिल्मों व सामाजिक अभियानों में सक्रिय हो रही हैं।

रायपुर। छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री की जानी-मानी अभिनेत्री, गायिका और समाजसेवी मोना सेन आज भी दर्शकों के दिलों में अपनी खास पहचान बनाए हुए हैं। 12 जून 1978 को रायपुर में जन्मी मोना सेन ने बचपन से ही कला और संस्कृति की ओर रुझान दिखाया। आठवीं कक्षा में उन्हें राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
फिल्मी करियर की शुरुआत
मोना सेन ने वर्ष 2015 में फिल्म Golmaal से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने 36 Gadiya Sable Badiya, Bhanwar और Maya Ke Bukhar जैसी चर्चित फिल्मों में बेहतरीन अभिनय किया। सिर्फ फिल्मों तक सीमित न रहते हुए उन्होंने कई छत्तीसगढ़ी एल्बम, कॉमेडी वीडियो और मंचीय कार्यक्रमों में भी अपनी कला का प्रदर्शन किया।
सम्मान और उपलब्धियाँ
मोना सेन को मिनी माता सम्मान, कौशल्या माता सम्मान और अहिल्या सम्मान जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार मिल चुके हैं। इसके अलावा उन्हें छत्तीसगढ़ राज्य हेयर स्टाइलिस्ट वेलफेयर बोर्ड का अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया। समाज सेवा में भी वे सक्रिय रहीं और “बेटी है तो दुनिया है” अभियान के तहत 60,000 से अधिक लोगों से बेटी के विकास के लिए संकल्प पत्र भरवाकर उनका नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ।
वर्तमान स्थिति
हाल ही में मोना सेन एक सड़क हादसे का शिकार हुई थीं, जिसमें उनकी कार और एक बाइक की टक्कर हो गई थी। इस घटना में उन्हें चोटें आईं और वे अस्पताल में भर्ती रहीं। फिलहाल वे धीरे-धीरे स्वस्थ हो रही हैं और स्वास्थ्य लाभ के साथ ही फिल्मी प्रोजेक्ट्स व सामाजिक अभियानों में फिर से सक्रिय होने की तैयारी कर रही हैं।
निष्कर्ष
मोना सेन छत्तीसगढ़ी फिल्मों की एक बहुमुखी कलाकार हैं, जिन्होंने अभिनय, गायन, नृत्य और समाज सेवा के माध्यम से अपनी अलग पहचान बनाई। आज भी वे नई पीढ़ी की कलाकारों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं और अपने काम से छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर को मजबूत कर रही हैं।
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